Hindi News 18 :- फसल को नष्ट करने वाली ये घास जब खाद बन जाए तो फसल के लिए अमृत समान है | क्यूँकी इस खाद में बाजार की खाद के अपेक्षा नाइट्रोजन, फास्फोरस तथा पोटाश जैसे तमाम तत्वों की मात्रा ज्यादा होती है | किसान एक तरफ जहां बाजार से महंगे दामों में खाद खरीदते हें वहीं दूसरी तरफ इस घास की खाद बाजार की खाद से कहीं बेहतर होती है | वैसे में वह इससे फ्री में खाद बना सकते हैं |
मृदा विज्ञान और कृषि रसायन विभाग ने Hindi News 18 को बताया कि यह एक ऐसी घास है, जो फसल को नष्ट कर देती है | यह बेवजह उग जाती है | इसे पार्थेनियम हिस्टेरोफोरस या गाजर घास के नाम से जाना जाता है | एक शोध में हम लोगों ने पाया कि यह जहरीली घास
किसानों के लिए एक रोजगार का बड़ा साधन बन सकता है |
विशेषज्ञों की मानें तो गाजर घास किसानों के लिए रोजगार का बड़ा साधन बन सकती है | फूल आने से पहले ही इस घास को काटकर अगर खाद बनाने के लिए उपयोग किया जाए तो किसान इससे अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं | इसकी खाद के आगे बाजार की महंगी से महंगी खाद भी फेल है | आइए जानते हैं इसको लेकर विशेषज्ञों की क्या राय हें
इस अनुपयोगी घास से किसान कमा सकते हैं बेहतर मुनाफा
इस घास की खाद बाजार की खाद से कहीं बेहतर होती है | इसमें बाजार की खाद के अपेक्षा नाइट्रोजन, फास्फोरस तथा पोटाश जैसे तमाम तत्वों की मात्रा ज्यादा होती है | किसानों को जहां बाजार से महंगे दामों में खाद खरीदनी पड़ती है | वैसे में वह इससे फ्री में खाद बना सकते हैं | इसको सुखाकर पैकेजिंग कर बाजार में भी बेचा जा सकता है | इससे वह अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं |
जानें खाद बनाने की विधि
यह ध्यान रहे कि इस घास में फूल आने से पहले ही इसको काट लें क्योंकि खाद में इसका फूल खेती के लिए अनुपयोगी होता है | बिना फूल वाला 75 किलो गाजर घास को काटकर उसमें 25 किलो मिट्टी मिला लें | इसके बाद इसको गड्ढे में डाल दें | यह आसानी से 50 से 55 दिनों में सड़कर एक अच्छी जैविक खाद के रूप तैयार हो जाती है | इसमें कुछ खर्च करने की आवश्यकता नहीं पड़ती है |
नोट – यह ध्यान रहे कि यह जैविक खाद के लिए बेहतरीन है | भूल कर भी इसका सेवन न करें |