Hindi News 18 :- अमेरिका के कैलिफोर्निया इलाके में बहुत तगड़ा भूकंप आने वाला है| यहां पर मौजूद सैन एंड्रियास फॉल्ट के एक हिस्से में लगातार भूकंपीय गतिविधियां देखी जा रही है| जमीन के नीचे हलचल हो रही है| हालांकि यह हलचल फॉल्ट के एक हिस्से यानी पार्कफील्ड सेक्शन में हो रही है| लेकिन वैज्ञानिकों को डर है कि इसकी वजह से बड़ा भूकंप आ सकता है|
वैज्ञानिकों ने बताया जमीन के नीचे फॉल्ट टूट और जुड़ रही है| जिसकी वजह से लगातार भूकंपीय गतिविधियां दर्ज की जा रही हैं| पार्कफील्ड सेक्शन मध्य कैलिफोर्निया में हैं| यह हर 22 साल में कांपने लगता है| पिछली बार 2004 में यहां पर तेज भूकंप आया था| फिलहाल पूरे फॉल्ट में हलचल नहीं है| लेकिन साइंटिस्ट सतर्क हैं|
वैज्ञानिकों ने इसकी स्टडी हाल ही में फ्रंटियर्स इन अर्थ साइंस में प्रकाशित की है| जिसमें बताया गया है कि अमेरिका में कभी भी भूकंप आ सकता है लेकिन इसका केंद्र 2004 में आए भूकंप के केंद्र से अलग हो सकता है| नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ जियोफिजिक्स एंड वॉल्कैनोलॉजी के डायरेक्टर लूका मालानिनी ने बताया कि यह पता करना वैज्ञानिकों के लिए अब भी मुश्किल है कि भूकंप कब आएगा| हम सिर्फ इंतजार कर सकते हैं| सैन एंड्रियास फॉल्ट पैसिफिक और नॉर्थ अमेरिकन टेक्टोनिक प्लेट के बीच है| पार्कफील्ड के दक्षिण में फॉल्ट बंद है| यानी यहां पर दोनों प्लेट में कोई मूवमेंट नहीं होती| लेकिन उत्तर की दिशा में सैन एंड्रियास फॉल्ट में हलचल होती रहती है| यह हर साल करीब डेढ़ इंच हिलती है| पार्कफील्ड दोनों प्लेट के बीच का हिस्सा है|
जब भी सैन एंड्रियास में ज्यादा हलचल होती है, तब यहां पर 6 या उससे ज्यादा तीव्रता का भूकंप आता है| इसकी वजह से काफी ज्यादा जानमाल का नुकसान होता है| लूका मालानिनी ने बताया कि फिलहाल वैज्ञानिक यह स्टडी करने में लगे हैं कि ज्यादा से ज्यादा सटीक जानकारी जमा की जाए| ताकि भूकंप आने के सही समय का पता लगा सकें| लोगों को भूकंप के आने की संभावित तारीख वगैरह बता सकें|
पार्कफील्ड सेक्शन में 2004 में आए भूकंप से छह हफ्ते पहले हलचल शुरू हो गई थी| इसलिए लूका की टीम यह अनुमान लगा रही है कि इस बार भी ऐसा होने की आशंका है| फिलहाल कम तीव्रता के भूकंपीय झटके यहां महसूस हो रहे हैं| अगर इनकी तीव्रता बढ़ती है तो लूका की टीम यह अंदाजा लगा पाएगी कि भूकंप कब तक आ सकता है|
लूका और उनकी टीम यह पता करने की कोशिश कर रही है कि क्या पार्कफील्ड सेक्शन और उसके आसपास कोई नई दरार तो नहीं बन रही है| अगर दरार की लंबाई डेढ़ किलोमीटर लंबी और कई सौ फीट गहरी हुई तो भूकंप आने का खतरा बढ़ जाता है| क्योंकि औसतन हर 22 साल में यहां पर इस तरह की तेज भूकंपीय गतिविधिया होती हैं|