Hindi News 18 :- ईरान ने बड़े पैमाने पर इसराइल पर ड्रोन और मिसाइलों से हमले किए हैं| सीरिया में उसके वाणिज्य दूतावास पर हमले के बाद इसे उसकी जवाबी कार्रवाई बताया जा रहा है| ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशन गार्ड कॉर्प्स ने कहा है कि ‘ख़ास लक्ष्यों’ को निशाना बनाने के मक़सद से हमला किया गया है|
वहीं इसराइली सेना के सूत्रों ने कहा है कि 100 से ज़्यादा ड्रोन छोड़े गए हैं| सीबीएस न्यूज़ के मुताबिक़, अमेरिका ने कुछ ड्रोन को मार गिराया है| इसराइली डिफ़ेंस फोर्सेज़ का कहना है कि ‘जहां भी ज़रूरत है वहां उन ख़तरों को रोका जा रहा है| ’ इसराइल के प्रधानमंत्री ने वॉर कैबिनेट की बैठक बुलाई है| हमले के बाद इसराइल में सायरन की आवाज़ें सुनाई दे रही हैं और यरूशलम में भारी धमाके की आवाज़ सुनने को मिला है क्योंकि शहर में इसराइल के एयर डिफ़ेंस सिस्टम्स ने कई चीज़ों को गिराया है|
ये अभी तक साफ़ नहीं है कि क्या इसराइल में अभी तक कोई ड्रोन पहुंचा है या नहीं| ईरान इसराइल से 1,800 किलोमीटर दूर है| वहीं अमेरिका ने नहीं बताया है कि उसने ड्रोन कहां गिराए हैं|
इसराइल, लेबनान और इराक़ ने अपने एयरस्पेस को बंद कर दिया है और सीरिया और जॉर्डन ने अपने एयर डिफ़ेंस सिस्टम को अलर्ट पर रख दिया है|
1 अप्रैल को सीरिया में वाणिज्य दूतावास पर हमले के बाद ईरान ने बदला लेने की बात कही थी| इस हमले में एक टॉप कमांडर समेत सात सैन्य अफ़सरों की मौत हुई थी| ईरान ने इस हमले के लिए इसराइल को ज़िम्मेदार ठहराया था वहीं इसराइल ने इस हमले की न ही पुष्टि की थी और न ही इसे ख़ारिज किया था|
इसराइली सेना ने क्या कहा
आईडीएफ़ के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हगारी ने कहा है, “ईरान ने ईरानी ज़मीन से इसराइली राष्ट्र पर सीधे हमले शुरू किए हैं| ” “इसराइल की ओर आ रहे ईरान के किलर ड्रोन्स को हम नज़दीकी से देख रहे हैं जिन्हें ईरान भेज रहा है| ये बेहद गंभीर और ख़तरनाक बढ़ोतरी है| ” उन्होंने कहा है कि इसराइल के वायु सेना के विमान हवा में किसी भी तरह के ख़तरे का सामना करने के लिए तैयार हैं|
इसराइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने क्या कहा
ईरान के ड्रोन छोड़े जाने के बाद इसराइली प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा है कि देश के डिफ़ेंस सिस्टम्स को काम पर लगा दिया गया है| और कहा “हम किसी भी तरह की स्थिति के लिए तैयार हैं चाहे रक्षात्मक हो या आक्रामक| इसराइल राष्ट्र मज़बूत है| आईडीएफ़ मज़बूत है| जनता मज़बूत है| ” और नेतन्याहू ने भी कहा कि हमारा साथ देने के लिए अमेरिका के साथ-साथ वे ब्रिटेन, फ्रांस और कई अन्य देशों की सराहना करते हैं|
इस हफ्ते की शुरुआत में इसराइल के रक्षा और विदेश मंत्रियों ने चेतावनी दी थी कि अगर ईरान ने इज़राइल पर हमला किया, तो वह ईरान के अंदर जवाबी हमला करेगा|
ईरानी हमले की खबर आने के बाद, अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने कहा कि राष्ट्रपति बाइडन इसराइल की सुरक्षा करने के लिए दृढ़ हैं| उन्होंने कहा, “अमेरिका इसराइल के लोगों के साथ खड़ा रहेगा और ईरान के इन खतरों के खिलाफ उनकी रक्षा करेगा| ”
“राष्ट्रपति बिडेन स्पष्ट रहे हैं: इज़राइल की सुरक्षा के लिए हमारा समर्थन दृढ़ है।”
ब्रिटेन
ब्रिटेन के प्रधान मंत्री ऋषि सुनक ने ईरान के हमलों की निंदा की है और वादा किया है कि वह इसराइल और सभी अपने सभी क्षेत्रीय भागीदारों की सुरक्षा के लिए खड़ा रहेगा|
ईरानी सेना ने क्या कहा
ईरानी सेना की सबसे शक्तिशाली ब्रांच आईआरसीजी का कहना है कि उसने यह हमला इसराइल के बार-बार किए गए अपराधों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई के तौर पर किया है, जिसमें सीरिया की राजधानी दमिश्क में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमला भी शामिल है|